गाजा से चौंकाने वाला खुलासा, आटे की बोरियों में मिलीं ड्रग्स की गोलियां; अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठी जांच की मांग
दिल्ली : इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जारी तनाव अब एक नए और बेहद चौंकाने वाले मोड़ पर पहुंच गया है। फिलिस्तीनी अधिकारियों और स्थानीय संगठनों ने आरोप लगाया है कि इजराइल द्वारा भेजे गए आटे की बोरियों में भारी मात्रा में नशीली गोलियां मिली हैं। यह आरोप अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स और फिलिस्तीनी संगठनों के अनुसार, मानवीय सहायता के रूप में भेजी गई आटे की बोरियों की तलाशी के दौरान ड्रग्स जैसी दिखने वाली हजारों गोलियां बरामद हुईं। यह दावा किया जा रहा है कि इन गोलियों के ज़रिए युवाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर करने की साज़िश हो सकती है।
निहत्थे लोगों पर गोलीबारी का आरोप
सिर्फ इतना ही नहीं, गाजा में रह रहे प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इजराइली सेना ने हाल के दिनों में निहत्थे नागरिकों पर भी गोलीबारी की है, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी घायल हुए हैं। फिलिस्तीनी मानवाधिकार संगठनों ने इन घटनाओं को "युद्ध अपराध" करार देते हुए संयुक्त राष्ट्र से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय में आक्रोश
इस पूरे मामले को लेकर संयुक्त राष्ट्र, ह्यूमन राइट्स वॉच और एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसे संगठनों ने चिंता जताई है। कई मानवाधिकार संगठनों ने स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की है। वहीं, इजराइली अधिकारियों ने इन आरोपों को "प्रोपेगेंडा" करार दिया है और कहा है कि वे मानवीय सहायता के वितरण में पूरी पारदर्शिता बरत रहे हैं।
क्या कहती है अंतरराष्ट्रीय मानवता की संहिता?
युद्धकाल में मानवीय सहायता में किसी भी प्रकार की मिलावट अंतरराष्ट्रीय मानवता कानूनों का सीधा उल्लंघन है। यदि ये आरोप सही साबित होते हैं, तो यह जिनेवा संधि का गंभीर उल्लंघन माना जाएगा।
फिलहाल यह मामला वैश्विक चिंता का विषय बन चुका है, और दुनिया भर की निगाहें गाजा पट्टी में चल रही इस मानवीय त्रासदी पर टिकी हैं।
— The Bhaskar Times