रांची: राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निकाले हुए एक महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है, लेकिन आज भी झारखंड राजद के प्रदेश कार्यालय में लगे पोस्टर-बैनर में तेजस्वी के साथ-साथ तेज प्रताप नजर आ रहे हैं. बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रहे तेज प्रताप की मुस्कुराती तस्वीर तब पहले की तरह प्रदेश कार्यालय में लगी है, जबकि इसी कार्यालय के पोस्टर-बैनर में विधानसभा चुनाव के समय पार्टी छोड़ने वाली नेता महिला राजद की पूर्व अध्यक्ष रानी कुमारी और ममता भुईयां का चेहरा पोस्टर-बैनर में भी ढक दिया गया है. इसका मतलब यह हुआ कि पार्टी से निकाले गए या पार्टी छोड़ने वाले नेताओं को लेकर बैनर-पोस्टर में क्या करना है इसकी स्पष्ट नीति है, लेकिन चूंकि मामला लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप से जुड़ा है इसलिए शायद झारखंड प्रदेश राजद का कोई भी बड़ा नेता यह फैसला नहीं कर पा रहा है कि राजद प्रदेश कार्यालय में लगे पोस्टर-बैनरों से तेज प्रताप का चेहरा को हटाया या छुपा दिया जाए या नहीं.
जल्द कार्यालय में नया पोस्टर-बैनर लगाया जाएगाः विजय भास्कर
ईटीवी भारत संवाददाता इस मामले को लेकर राजद प्रदेश महासचिव रहे विजय भास्कर और प्रदेश उपाध्यक्ष रहे वरिष्ठ नेता कलामुद्दीन अंसारी से बात की. किसी ने कहा कि नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह यादव के निर्देश से जल्द नया पोस्टर-बैनर लगाया जाएगा, जिसमें तेज प्रताप की तस्वीर नहीं रहेगी, तो किसी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव ने बड़े बेटे को पार्टी और परिवार से बाहर कर मिसाल कायम किया है. जब उनसे पूछा गया कि तेज प्रताप को राजद से बाहर का रास्ता दिखाना सिर्फ लोगों को दिग्भ्रमित करने के लिए था? इस सवाल के जवाब में प्रदेश महासचिव रहे भास्कर वर्मा कहते हैं कि सभी पोस्टर-बैनरों से तेज प्रताप की तस्वीर हट जाएगी, इसका निर्देश भी प्रदेश अध्यक्ष से अब मिल चुका है.लेकिन पार्टी में माफीनामा भी एक चीज होती है. झारखंड राष्ट्रीय जनता दल को अभी भी उम्मीद है कि तेज प्रताप अपनी माता राबड़ी देवी और पिता लालू प्रसाद यादव से माफी मांग लें और सब कुछ पहले जैसा हो जाए.
झारखंड राजद नेताओं और भाजपा प्रदेश प्रवक्ता का बयान. (वीडियो-ईटीवी भारत)
राजद प्रदेश कार्यालय में लगे पोस्टर-बैनर में है तस्वीर
झारखंड राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश कार्यालय में बहुत सारे पोस्टर-बैनर लगे हुए हैं तो बाहर वाले बड़े हॉल में भी पार्टी के दिग्गज नेताओं का पोस्टर टंगे हैं. लालू परिवार में से जिन सदस्यों की तस्वीरें लगी है उसमें लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, लोकसभा सांसद डॉ. मीसा भारती, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ-साथ तेज प्रताप की तस्वीर लगी हुई है.
तेज प्रताप को किया था पार्टी और परिवार से अलग
सोशल मीडिया पर तेज प्रताप और उनकी एक महिला मित्र का वीडियो और तस्वीर आने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप के खिलाफ कठोर कार्रवाई की थी और उन्हें राजद से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया था. लालू प्रसाद तब तेज प्रताप से इतने नाराज थे कि उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा था कि पार्टी के साथ-साथ वह परिवार से भी तेज प्रताप को दूर करते हैं. लालू ने कहा है कि अब से पार्टी और परिवार में उसकी (तेज प्रताप) किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने तब सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट के माध्यम से कहा था कि निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है. हमारे ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है. ऐसी परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं. अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी. उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है.
राजद प्रदेश कार्यालय में तेज प्रताप का जलवा कायम!
निजी जिंदगी से संबंधित तेज प्रताप की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लालू प्रसाद ने मई महीने के अंतिम सप्ताह में तेज प्रताप यादव को आरजेडी से छह सालों के लिए निष्कासित कर दिया था. लेकिन कम से कम झारखंड राजद के प्रदेश कार्यालय में ऐसा लगता है कि पार्टी से निष्कासन के एक महीने बाद भी तेज प्रताप का जलवा कायम है. चूंकि मामला लालू प्रसाद के बड़े बेटे से जुड़ा है इस कारण झारखंड राजद का कोई भी बड़ा नेता उनकी तस्वीर पर कागज साटने या तेज प्रताप की तस्वीर वाले बैनर-होर्डिंग हटाने की गुस्ताखी भी नहीं कर सकता.

झारखंड राजद के प्रदेश कार्यालय में लगे पोस्टर और बैनर में तेज प्रताप यादव की तस्वीर. (फोटो-ईटीवी भारत)
बिहार की जनता को मूर्ख बनाने की कोशिशः राफिया नाज
तेज प्रताप के राजद से निष्कासन को राजद का अंदरूनी मामला बताते हुए झारखंड भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज ने कहा कि ऐसा लगता है कि बिहार में सिर्फ चुनावी लाभ लेने के लिए लालू प्रसाद ने अपने बेटे के निष्कासन का ढोंग किया है. उन्हें लगता होगा कि झारखंड की बात बिहार की जनता को नहीं पता चलेगी और जनता को बरगला लेंगे. लेकिन बिहार की जनता मूर्ख नहीं है.