*महेंद्र सिंह तंवर बोले - जल्द हो क्षत्रिय आयोग का गठन, आरक्षण हो आर्थिक आधार पर*
*रांची* : फोकस रेस्टोरेंट एंड रिसॉर्ट में आज अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के पुनर्गठन एवं कार्यकर्ता सम्मेलन का भव्य आयोजन हुआ। कार्यक्रम में देशभर से आए हज़ारों क्षत्रिय प्रतिनिधियों की उपस्थिति ने यह सिद्ध कर दिया कि समाज एकजुट है और मजबूत इरादों के साथ आगे बढ़ रहा है। सम्मेलन की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष बिनय सिंह बिनु ने की, जबकि राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर ने गरिमामयी उपस्थिति के साथ समाज को नई दिशा देने वाले वक्तव्य दिए।
*प्रमुख मांगें और प्रस्ताव*
*.जल्द बने क्षत्रिय आयोग और राजपूत कल्याण बोर्ड
*.आरक्षण जाति नहीं, आर्थिक आधार पर मिले
*.राजपूत महापुरुषों के इतिहास से कोई छेड़छाड़ न हो
*.जनगणना में “राजपूत” जाति लिखने का आह्वान
*.नेताओं के विचार – मजबूत समाज की तस्वीर*
महेंद्र सिंह तंवर ने कहा आज देश की परिस्थितियों में क्षत्रिय समाज की जिम्मेदारी पहले से कहीं अधिक है। जब हम एकजुट होते हैं, तभी सरकार हमारी बात सुनती है। हमने 3 लाख किमी की पदयात्रा की, तभी जाकर सवर्ण आरक्षण मिला। यही एकता हमारी पहचान है।" उन्होंने हिंदी सिनेमा में राजपूत छवि को धूमिल करने वाली फिल्मों पर लगाम लगाने का श्रेय समाज की मजबूती को दिया।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता ए.पी. सिंह ने कहा राम की जीत उनके भाईयों के साथ होने से हुई, रावण की हार अकेलेपन से। समाज को संगठित करने की सबसे बड़ी जरूरत है। हम शोषक नहीं, रक्षक हैं।
महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष मनीषा सिंह ने कहा महिलाओं को अब सिर्फ बैठक की शोभा नहीं बनना, बल्कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठानी है। शिक्षा ही सशक्तिकरण का रास्ता है।
युवा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डिंपल राणा ने कहा क्षत्रिय समाज के गरीब तबकों को आरक्षण मिले। समाज सेवा के लिए युवाओं को आगे आना होगा।
प्रदेश संरक्षक कमलेश सिंह ने कहा आज समाज का हर वर्ग जागरूक हो चुका है, यही हमारी असली पूंजी है। नवनियुक्त पदाधिकारी समाज के हर कोने तक संगठन का विस्तार करें।
*संगठन में नई ऊर्जा, नई टीम*
सम्मेलन में संगठन का पुनर्गठन करते हुए सर्वसम्मति से बिनय सिंह बिनु को पुनः अध्यक्ष चुना गया। साथ ही सूरजदेव सिंह (महासचिव), मनोज सिंह (कोषाध्यक्ष), मनीषा सिंह (महिला विंग अध्यक्ष), आदर्श कुमार सिंह (युवा विंग अध्यक्ष), डॉ. आशुतोष कुमार सिंह (चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष) समेत कई पदाधिकारियों का चयन किया गया।
*सम्मेलन बना एकता, चेतना और संकल्प का मंच*
कार्यक्रम का संचालन ललन सिंह ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन सूरजदेव सिंह ने किया। समाज के हजारों प्रतिनिधियों की मौजूदगी, ओजस्वी भाषणों और एकजुटता के संकल्प के साथ यह सम्मेलन क्षत्रिय समाज के लिए मील का पत्थर साबित हुआ।
संगठन में शक्ति है, और शक्ति से ही समाज बनता है – यही संदेश पूरे सम्मेलन का सार रहा।